भारतीय संस्कृति पर निबंध Essay on Indian Culture in hindi
Essay on Indian Culture in hindi भारत की संस्कृति विश्व की सबसे प्राचीन संस्कृति मानी जाती है। यह 5000 वर्ष से अधिक पुरानी है। भारत को ऋषि मुनियों और साधुओं का देश माना जाता है। भारत एक विशाल देश है जहां अनेकता में एकता के दर्शन होते हैं। भारत एक विशाल भू पृष्ठ पर फैला हुआ है, इसलिए यहां की संस्कृति में कई चीजों का समावेश देखने को मिलता है।
नैतिक मूल्य Moral values in India
भारत में नैतिक मूल्य सबसे ऊपर हैं। बड़ों का सम्मान करना, उन्हें नमस्ते करना और पैर छूना यहां पर मुख्य रूप से प्रचलन में है। बच्चों को छोटे से ही दूसरों का सम्मान करना सिखाया जाता है। दूसरों के पैर छूने की शिक्षा शुरू से ही दी जाती है। इसके अलावा परिवार के बड़े सदस्यों जैसे दादा दादी, चाचा चाची, माता पिता टीचर्स के पैर छूने की परंपरा देखने को मिलती है।
भारतीय संस्कृति में शादियाँ Indian culture marriage
भारत में मुख्य रूप से अरेंज मैरिज (Arrange Marriage) प्रचलन में है। इसके अलावा कई लोग प्रेम विवाह (Love Marriage) भी कर लेते हैं। पर ज्यादातर लोग अरेंज मैरिज में ही विश्वास करते हैं। यहां बेटे बेटियों के लिए वर वधू का चयन घरवाले करते हैं और इसकी पहल भी घरवाले करते हैं। भारत में शादियां लाइफ टाइम (जीवन भर के लिए) के लिए मानी जाती हैं। यहां पर तलाक बहुत कम होता है।
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भारतीय पहनावा Indian clothing
भारत एक गर्म जलवायु वाला देश है, इसलिए यहां पर हल्के सूती कपड़े पहने जाते हैं। भारत के उत्तर में जम्मू कश्मीर है जो एक पहाड़ी राज्य है। यहाँ सर्दी पडती है। इसलिए यहां पर लोग गर्म कपड़े पहनते हैं। उत्तर प्रदेश, पंजाब, राजस्थान, मध्य प्रदेश जैसे राज्य हैं जहां पर काफी गर्मी पड़ती है। इसलिए लोग हल्के सूती कपड़े करना पसंद करते हैं। भारत पर अंग्रेजों ने शासन किया है। पहले यहां पर लोग धोती कुर्ता पहनना पसंद करते थे।
पर अंग्रेजों के आने के बाद अब ज्यादातर लोग शर्ट, पैंट, जींस, टीशर्ट जैसे आधुनिक कपड़े पहनने लगे हैं। दक्षिण भारत में केरला, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक जैसे राज्यों में आज भी लुंगी पहनने का प्रचलन है। दक्षिण भारत में लुंगी को विशेष रूप से पसंद किया जाता है। भारतीय महिलाएं मुख्य रूप से साड़ी पहनती हैं। युवा महिलाएं सलवार सूट जींस टॉप जैसे आधुनिक कपड़े भी पहनती हैं।
भारत में संयुक्त परिवार प्रचलन joint family in India
भारत में मुख्य रूप से संयुक्त परिवार प्रचलन में है। दादा दादी, माता पिता, चाचा चाची, सभी बच्चे एक साथ परिवार में रहते हैं। पर अब धीरे-धीरे गांव से आबादी शहरों की तरफ पलायन कर रही है जिससे एकल परिवार (परमाणु परिवार) प्रणाली का प्रचलन बढ़ रहा है। एकल परिवार में माता पिता और उनके दो बच्चे होते हैं।
भारत में खानपान Indian cuisine
भारत के लोग मुख्यतः शाकाहारी है, पर कुछ लोग मांसाहार का भी सेवन करते हैं। दूसरे धर्म के लोग जैसे मुस्लिम, सिख, ईसाई मांसाहार का सेवन करते हैं।
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भारत के त्योहार festivals in India
भारत एक विभिन्न धर्म वाला देश है। इसलिए यहां हर तरह के त्योहार देखने को मिलते है। हिंदू लोग जहां होली, दिवाली, रक्षाबंधन, गणेश चतुर्थी, नवरात्र जैसे त्यौहार मुख्य रूप से मनाते हैं, तो मुस्लिम लोग ईद, बकरीद, चेहल्लुम जैसे त्यौहार मनाते हैं। सिख धर्म को मानने वाले लोग गुरु नानक जयंती मनाते हैं।
ईसाई धर्म को मानने वाले लोग क्रिसमस, new year का त्यौहार मनाते हैं। जैन धर्म के लोग बुद्ध पूर्णिमा का त्यौहार मनाते हैं। इस तरह भारत में बहुत से त्योहार मनाए जाते हैं।
भारत में विभिन्न भाषाएं language in India
भारत एक बड़ा देश है। इसलिए हर राज्य में अलग-अलग भाषा बोली जाती है। जम्मू कश्मीर में डोगरी भाषा प्रचलित है उत्तराखंड में कुमाऊ भाषा, पंजाब में पंजाबी भाषा, राजस्थान में राजस्थानी, उत्तर प्रदेश में हिंदी और उर्दू, पश्चिम बंगाल राज्य में बंगाली, आसाम में बोडो, नेपाली बंगाली, महाराष्ट्र में मराठी, गुजरात में गुजराती,
तमिलनाडु में तमिल, कन्नड़, तेलुगू, केरला में मलयालम, कर्नाटक में कन्नड़, तेलुगू, गोवा में कोंकड़ी, लक्ष्यदीप में मलयालम जैसी भाषाएं बोली जाती हैं। इस तरह भारत के हर राज्य में अलग-अलग भाषा बोली जाती है।
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भारतीय संस्कृति की विशिष्टता uniqueness of Indian culture
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सहनशीलता एवं सहिष्णुता secularism in India
भारत में सहनशीलता और सहिष्णुता देखने को मिलती है। यहां कुल 29 राज्य और 7 केंद्र शासित प्रदेश हैं। हर राज्य में अलग अलग धर्मो को मानने वाले लोग रहते हैं, पर सभी एक साथ मिलजुल कर रहते हैं। भारत में हिंदू, मुस्लिम, सिख, इसाई, जैन जैसे सभी धर्मों के लोग रहते हैं। सभी अपने अपने धर्म का पालन करते हैं। किसी पर कोई रोक-टोक नहीं है। सभी लोग एक दूसरे के धर्म का सम्मान करते हैं।
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आध्यात्मिकता spirituality in India
भारत के लोग बहुत ही आध्यात्मिक है। ईश्वर में बहुत विश्वास करते है। हर दिन पूजा पाठ करते हैं। हिंदू लोग मंदिरों में जाकर पूजा करते हैं, मुस्लिम वर्ग के लोग मस्जिद में जाकर नमाज करते हैं, सिख गुरुद्वारे में जाकर ईश्वर की पूजा करते हैं, जबकि ईसाई चर्च में जाकर प्रार्थना करते हैं।
इस तरह भारत में अलग-अलग धर्मों के लोग अपने अपने ईश्वर की पूजा करते हैं। भारत एक हिंदू बाहुल्य देश है। प्राचीन काल से यहां के ऋषि मुनि यज्ञ, हवन, साधना, करते रहते थे। वे ब्रह्मा विष्णु महेश की आराधना करते थे। भारत को ऋषि-मुनियों का देश भी कहा जाता है। हिंदू लोग उपवास भी रखते हैं। वे आत्मा की शुद्धि के लिए उपवास रखते हैं।
भारतीय मान्यतायें और विश्वास Indian beliefs, Indian values
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अहिंसा Non- Violence
भारत के लोग अहिंसा प्रेमी है। वे किसी भी प्रकार की हिंसा में विश्वास नहीं रखते हैं। इसलिए भारत में अधिकतर लोग शाकाहारी भोजन करते हैं। जानवरों को भोजन के लिए मारना, दूसरे लोगों के साथ युद्ध करना, मारपीट करना, खून खराबा करना यह सब भारत के संस्कृति और मान्यताओं के खिलाफ है। भारत के राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने हमें अहिंसा की शिक्षा दी है। उनका कहना है कि हमें पशु पक्षियों, प्रकृति, अपने पड़ोसियों और दूसरे सभी जीवो के साथ प्रेम करना चाहिए।
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कर्म में विश्वास law of karma
भारत के लोग कर्म में विश्वास रखते हैं। यहां के लोगों का मानना है कि यदि मनुष्य अपने जीवन में अच्छे काम करता है तो उसे अच्छे परिणाम देखने को मिलते हैं। जो लोग दूसरे के साथ बुरा करते हैं, उनके साथ भी बुरा होता है। कोई व्यक्ति जैसा व्यवहार करता है, वैसा ही कुदरत उसके साथ करती है। इसलिए हमें दूसरों के साथ अच्छा व्यवहार करना चाहिए।
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वैदिक संस्कृति vedic culture
भारत ऐसा देश है जो वैदिक संस्कृति का पालन करता है। यहाँ 4 मुख्य वेद हैं- ऋग्वेद, सामवेद, अथर्ववेद और यजुर्वेद। चारों वेदों में भिन्न भिन्न प्रकार की शिक्षा दी गई है। भारत की संस्कृति वेदों से ही विकसित हुई है।
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अतिथिदेवोभव: ATITHI DEVO BHAVAH
भारतीय संस्कृति में अतिथि का सम्मान किया जाता है। उसे भगवान का दर्जा दिया जाता है। अतिथि का अर्थ है जिसके आने की कोई तिथि न हो। यहां जब कोई मेहमान घर आता है तो उसे जलपान, भोजन कराया जाता है। अच्छी से अच्छी चीज खिलाने का प्रयास किया जाता है। भारत में मेहमान का महत्व बहुत अधिक होता है।
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आशावादिता: optimism
भारत एक आशावादी संस्कृति वाला देश है। यहां के लोग मुसीबत, समस्या, बीमारी या कोई और अन्य संकट आने पर निराश नहीं होते हैं। पाश्चात्य देशों में छोटी सी समस्या आने पर लोग आत्महत्या कर लेते हैं, पर भारत के लोग हमेशा से आशा में विश्वास रखते हैं।
यदि कोई बुरी बात हो जाती है तो यहां के लोग यही समझते हैं कि ये ईश्वर द्वारा किया गया है। भारत में आत्महत्या की दर दूसरे विकसित देशों की तुलना में बहुत कम है। यहां के लोग आशावादी हैं। ईश्वर में असीम विश्वास रखते है। हर चीज के अच्छे पहलू के बारे में सोचते हैं।
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गाय को माता का दर्जा cow worship in India
भारत की संस्कृति में गाय को माता कहा जाता है। गाय का दूध पीकर नवजात बड़ा होता है। इसलिए उसे माता कहा जाता है। भारत में गाय का वध करना एक अपराध है। यहाँ लोग घर में गाय पालते हैं। उसका दूध लेते हैं और बदले में उसकी सेवा करते हैं। वैदिक काल से भारत में गाय का महत्व बहुत अधिक रहा है। गाय दान (गऊ दान) करने से पुण्य की प्राप्ति होती है।
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सांप की पूजा snake worship in India
भारत की संस्कृति में सांप की पूजा की जाती है। सांप भगवान शंकर के गले में सदैव रहता है। अमृत मंथन के समय जब विष निकला तो भगवान शंकर के साथ सांप ने भी विष पीकर पृथ्वी को बचाया था। इसलिए भारत की संस्कृति में सांपो की पूजा की जाती है। नाग पंचमी का त्यौहार विशेष रूप से मनाया जाता है। इसमें सांपों को दूध पिलाया जाता है।
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अनेक देवी देवता Many Hindu gods in Indian Culture
भारत की संस्कृति में अनेक देवी देवता है। यहां हर चीज के लिए अलग देवता की पूजा की जाती है। धन (पैसे) को पाने के लिए गणेश लक्ष्मी की पूजा की जाती है, बुद्धि प्राप्त करने के लिए गणेश जी की पूजा की जाती है। वर्षा कराने के लिए इंद्र देव की पूजा गांव के लोग करते हैं। भोजन पाने के लिए अन्नपूर्णा देवी की पूजा की जाती है।
सदा सुहागिन रहने के लिए शंकर भगवान पार्वती की पूजा की जाती है। इस तरह यह देखने को मिलता है कि भारत में बहुत से देवी-देवताओं की पूजा की जाती है।
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भारत के महाकाव्य Indian epics
भारत में दो महाकाव्य प्रसिद्ध हैं- महाभारत और रामायण। महाभारत के रचियता वेदव्यास है, जबकि रामायण को गोस्वामी तुलसीदास ने लिखा है। महाभारत में कौरव और पांडवों की कथा है, जबकि रामायण में राम और सीता की जीवन यात्रा के बारे में बताया गया।
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भारत के लोक नृत्य Dance of India
भारत के अलग-अलग राज्यों में अलग-अलग लोकनृत्य पाए जाते हैं। आंध्र प्रदेश में कुचिपुड़ी, असम में बिहू, गुजरात में गरबा, डांडिया रास, जम्मू कश्मीर में रउफ, कर्नाटक में यक्षगान, केरल में कथकली, मोहिनीअट्टम, पंजाब में भांगड़ा, उत्तर प्रदेश में कत्थक, नौटंकी, नाच, राजस्थान में घूमर झूलन लीला, तमिलनाडु में भरतनाट्यम जैसे नृत्य प्रचलन में है। हर राज्य का अलग नृत्य होता है।
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